टेलिकॉम के बाद 11 सौ शहरों में होम ब्रॉडबैंड सर्विस से धमाल मचाएगी रिलायंस

Technology

इकनॉमिक टाइम्स | Updated:Jul 6, 2018, 11:00AM IST

मुंबई
टेलिकॉम सेक्टर में धमाल मचाने के बाद अब रिलायंस ने ब्रॉडबैंड सर्विस सेगमेंट का ड्रीम प्लान सामने रखा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने फाइबर बेस्ड होम ब्रॉडबैंड सर्विस लॉन्च करने की घोषणा की है। इसे 1,100 शहरों में लॉन्च कर 5 करोड़ से ज्यादा घरों को टारगेट किया जाएगा। इस खबर के सामने आने के बाद ही केबल कंपनियों के शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई। माना जा रहा है कि इस प्लान से ब्रॉडबैंड सर्विस अंबानी ने देश के होम ब्रॉडबैंड सेगमेंट में पहुंच बढ़ाने की जोरदार तैयारी की है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन 15 अगस्त से शुरू होगा। इसमें ‘सैकड़ों मेगाबाइट, यहां तक कि प्रति सेकंड गीगाबाइट्स डेटा स्पीड’ का वादा किया जा रहा है। इससे यूजर्स जीरो बफरिंग के साथ मूवीज देख सकेंगे और बहुत तेजी से विडियो डाउनलोड कर पाएंगे।


टॉप 5 फिक्स्ड ब्रॉडबैंड क्लब है टारगेट:

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एजीएम में कहा, ‘मोबाइल ब्रॉडबैंड में जहां देश ग्लोबल लीडरशिप हासिल कर चुका है, वहीं फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड में खराब इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से हम काफी पीछे हैं।’ उन्होंने कहा कि कंपनी भारत को दुनिया के टॉप 5 फिक्स्ड ब्रॉडबैंड क्लब में देखना चाहती है। ब्रॉडबैंड सर्विस को जियो गीगाफाइबर का नाम दिया गया है।


शानदार फीचर्स के साथ स्मार्ट सर्विस
इसके साथ कंपनी राउटर और सेट-टॉप बॉक्स भी लगाएगी। इसमें रिमोट के लिए वॉइस कमांड फीचर भी होगा। इसके साथ कंपनी रेगुलर टीवी चैनलों के साथ न्यूज और एंटरटेनमेंट सेगमेंट में काफी कॉन्टेंट ऑफर करेगी, जिसे ग्रुप ने तैयार किया है। स्मार्ट होम टेक्नोलॉजी, सर्विलांस ऑफरिंग, होम अप्लायंसेज की रिमोट मॉनिटरिंग, डिजिटल शॉपिंग, गेमिंग, घर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सहित दूसरे फीचर्स भी दिए जा सकते हैं।


कई कंपनियों की बढ़ेगी टेंशन:
अभी इन सर्विसेज का कई शहरों में ट्रायल चल रहा है। जियो की इस ऑफरिंग से होम ब्रॉडबैंड सेगमेंट में भारत संचार निगम लिमिटेड और भारती एयरटेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जिनका क्रमश: 58 पर्सेंट और 12 पर्सेंट मार्केट शेयर है।


1.8 करोड़ कर रहे हैं सेवा का इस्तेमाल:
देश के 1.8 करोड़ लोग होम ब्रॉडबैंड सर्विस का अभी इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, 1 अरब मोबाइल फोन सब्सक्राइबर्स में से 40 करोड़ मोबाइल ब्रॉडबैंड का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनकी तुलना में होम ब्रॉडबैंड यूजर्स की संख्या काफी कम है। जियो की इस ऑफरिंग से डेन नेटवर्क्स और हैथवे केबल ऐंड डेटाकॉम जैसी केबल कंपनियों और टाटा स्काई और डिश टीवी जैसे डीटीएच ऑपरेटरों पर दबाव बढ़ेगा।



अंबानी ने क्या कहा?:
अंबानी ने रिलायंस की 41वीं सालाना शेयरहोल्डर्स मीटिंग में कहा कि वित्त वर्ष 2018 में रिलायंस के कंसॉलिडेटेड ऑपरेटिंग प्रॉफिट में कंज्यूमर बिजनस का योगदान करीब 13 पर्सेंट था जो पिछले साल से 2 पर्सेंट अधिक था। उन्होंने कहा कि डायवर्सिफाइड कंपनी अब अहम मोड़ पर पहुंच गई है क्योंकि वह खुद को ‘टेक्नॉलजी प्लेटफॉर्म कंपनी’ में बदल रही है। रिलायंस के शेयर बीएसई पर गुरुवार को 2.5 पर्सेंट की गिरावट के साथ 965 रुपये पर रहे, जबकि सेंसेक्स 0.2 पर्सेंट नीचे बंद हुआ। रिलायंस का शेयर इस हफ्ते एजीएम से पहले बुधवार तक 3 पर्सेंट चढ़ा था।


फौरन दिखने लगा असर:
बीएसई पर गुरुवार को भारती एयरटेल और आइडिया सेल्युलर के शेयर क्रमश: 0.8 पर्सेंट और 1.3 पर्सेंट की गिरावट के साथ 363.40 रुपये और 54.45 रुपये पर रहे। डेन का शेयर 10.7 पर्सेंट की गिरावट के साथ 66.55 रुपये और हैथवे का 15.4 पर्सेंट फिसलकर 20.60 रुपये पर आ गया। वहीं, डिश टीवी का शेयर 0.6 पर्सेंट की मजबूती के साथ 72.30 रुपये पर रहा।



बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की रिपोर्ट में बताया गया है कि आने वाले कुछ साल में जियो की ग्रोथ का टेलिकॉम, मीडिया और इंटरनेट कंपनियों पर बुरा असर पड़ेगा। उसने कहा है कि जियो नए बिजनेस की योजनाओं पर कैसे काम करती है, इस पर काफी कुछ निर्भर करेगा। उसके मुताबिक, खासतौर पर ई-कॉमर्स सेगमेंट में हलचल बढ़ सकती है, जहां वह फ्लिपकार्ट और एमेजॉन जैसी कंपनियों को चुनौती देगी। इन कंपनियों के पास फंड की कोई कमी नहीं है।


कंपनियां ऐसे देंगी जियो की चुनौती का जवाब:
हालांकि, ब्रोकरेज हाउस ने यह भी कहा है कि अभी ‘मीनिंगफुल लॉन्च’ में 6-12 महीने की देरी है। उसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारती और दूसरी ब्रॉडबैंड कंपनियां भी कनेक्टेड होम ऑफर लाकर जियो की चुनौती का जवाब दे सकती हैं। अंबानी ने अपनी स्पीच में कंपनी के 4जी फीचरफोन के लिए 10 करोड़ सब्सक्राइबर्स का टारगेट रखा है। अभी कंपनी के पास इसके 2.5 करोड़ यूजर्स हैं।