गूगल के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट कहते हैं कि स्कूल नहीं गए बच्चे कुछ खास होते हैं
Shared News | Last Modified – Aug 25, 2018, 08:23 AM IST
कंपनियां चाहती हैं कि प्रोफेशनल्स की योग्यता-अनुभव उनके जॉब में मददगार हो
– गूगल ने सालों पहले ही मान लिया था कि भविष्य में नौकरी के डिग्री जरूरी नहीं होगी
वॉशिंगटन. गूगल समेत 15 कंपनियों ने कहा है कि जल्द ही प्रोफेशनल्स को बिना कॉलेज की डिग्री के नौकरी पर रखा जा सकता है। जॉब की जानकारी देने वाली साइट ग्लासडोर के एक ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, “कई टैलेंटेड उम्मीदवार खुद सीखते हैं। इसके लिए वे परंपरागत रूप से किसी अकादमिक संस्था में दाखिला नहीं लेते। कंपनियों को इन लोगों को भी नौकरी देने की जिम्मेदारी बनती है।”
जिन 15 कंपनियों ने बिना डिग्री देखे नौकरी पर रखने की बात कही है, उनमें गूगल, अर्न्स्ट एंड यंग, पेंग्विन रेंडम हाउस, कॉस्टको होलसेल, होल फूड्स, हिल्टन, पब्लिक्स, एपल, स्टारबक्स, नॉर्डस्ट्रॉम, होम डिपो, आईबीएम, बैंक ऑफ अमेरिका, चिपोटल और लोव्ज हैं।
कॉलेज जाना नहीं नॉलेज जरूरी : गूगल जैसी कई कंपनियां एकेडमिक्स को ज्यादा तरजीह नहीं देतीं। उनका मानना है कि उम्मीदवार के पास किताबी ज्ञान नहीं उसे क्रिएटिव होना चाहिए। 2014 में गूगल के पूर्व सीनियर वाइस प्रेसिडेंट लेस्लो बॉक ने न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा था, “अगर आप स्कूल न गए बच्चों और उनके कामों को देखें तो आपको पता चलेगा कि वे कुछ अलग तरह के लोग हैं। इस तरह के बच्चों को खोजने के लिए हमें सबकुछ करना चाहिए। कई कॉलेज वो सारी चीजें अपने स्टूडेंट्स को नहीं देते जिनका वो दावा करते हैं। इससे कई खूबियों उभरकर सामने ही नहीं आ पातीं।” 2015 में अर्नस्ट एंड यंग की अधिकारी मैगी स्टिलवेल ने हफिंगटन पोस्ट के आर्टिकल में लिखा था, “अकादमिक योग्यता जरूरी है लेकिन कैंडिडेट में टैलेंट होना जरूरी है। नौकरी के लिए डिग्री की बाध्यता को हम जल्द ही खत्म कर देंगे।”